बजने लगा बड़ी ज़ोर से बैंड बाजा बड़ी शान में निकले ढोलपुर के राजा। बजने लगा बड़ी ज़ोर से बैंड बाजा बड़ी शान में निकले ढोलपुर के राजा।
ज़िंदगी एक उत्सव है चलो उत्सव मनाते हैं। ज़िंदगी एक उत्सव है चलो उत्सव मनाते हैं।
राजाजी के जय-जयकार से बज उठे महल और द्वार। राजाजी के जय-जयकार से बज उठे महल और द्वार।
लील गया हंसी-खुशी, बुढ़ापा, बचपन और जवानी सब। लील गया हंसी-खुशी, बुढ़ापा, बचपन और जवानी सब।
उनको, हों गईं अत्यंत खुश, बच्चे बोले मैडम, हमने किया है, आपको बहुत मिस। उनको, हों गईं अत्यंत खुश, बच्चे बोले मैडम, हमने किया है, आपको बहुत मिस।
उन धवल श्वेत से वस्त्रों में वह ईश्वर की जीवित मूर्ति नजर आते हैं।। उन धवल श्वेत से वस्त्रों में वह ईश्वर की जीवित मूर्ति नजर आते हैं।।